नक्सली इमारत का जमींदोज होना छत्तीसगढ़ से नक्सलवाद के खात्मे का बिगुल:रामू रोहरा
रायपुर। भारतीय जनता पार्टी के प्रदेश महामंत्री जगदीश (रामू) रोहरा ने बस्तर संभाग के बीजापुर जिले के कोमटपल्ली गाँव में सोमवार को नक्सलियों द्वारा बनाए गए सबसे बड़े नक्सली स्मारक को धराशायी करने और 25 लाख रु. के इनामी हार्डकोर नक्सली प्रभाकर राव उर्फ बालमूरी नारायण राव की गिरफ्तारी की पुष्टि किए जाने पर प्रसन्नता व्यक्त करते हुए कहा है कि यह नक्सल क्षेत्र में मिली एक बहुत बड़ी सफलता है। श्री रोहरा ने कहा कि स्मारक को धराशायी करना और हार्डकोर नक्सली को धर दबोचना, दोनों ही छत्तीसगढ़ के लिए एक बड़ा शुभ संकेत है कि छत्तीसगढ़ में नक्सलवाद की जड़ें अब उखड़ रही हैं।
भाजपा प्रदेश महामंत्री रोहरा ने!केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह प्रदेश के मुख्यमंत्री विष्णुदेव साय, और प्रदेश के उपमुख्यमंत्री व गृह मंत्री विजय शर्मा को इस सफलता के लिए बधाई देते हुए कहा कि छत्तीसगढ़ नक्सलियों के खूनी खेल का केंद्र बना हुआ है। लेकिन जिस तरह केंद्र और छत्तीसगढ़ की सरकार नक्सलवाद के खिलाफ समन्वित रणनीति बनाकर काम कर रही है, उससे उम्मीद की वह मशाल धधकने लगी है जो केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह के देश और छत्तीसगढ़ को दिए गए भरोसे से प्रज्जवलित हुई है कि मार्च 2026 तक देश में नक्सलवाद को पूरी तरह खत्म कर दिया जाएगा। छत्तीसगढ़ में माओवादी आतंकवाद को लेकर जिस तरह से सुरक्षा बल के जवान अभियान चला रहे हैं, वह इस बात का संकेत है कि यह अब निर्णायक लड़ाई पर आ चुका है। फोर्स अब पूरी ताकत से माओवादी संगठन को कुचलने का काम कर रही है, जिसमें उन्हें लगातार सफलता भी मिल रही है।उन्होंने कहा कि इस वर्ष फोर्स ने केवल छत्तीसगढ़ में ही सवा 2 सौ से अधिक माओवादियों को ढेर किया है, जो छत्तीसगढ़ के इतिहास में सबसे बड़ी सफलता है।
भाजपा प्रदेश महामंत्री रोहरा ने कहा कि केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह और प्रदेश के मुख्यमंत्री विष्णुदेव साय व उपमुख्यमंत्री व गृह मंत्री विजय शर्मा ने एक विजन के साथ नक्सलमुक्त छत्तीसगढ़ के संकल्प के लिए सख्त फैसले लिए हैं। एक तरफ सुरक्षा बल और पुलिस के जवान माओवाद पर निर्णायक प्रहार कर रहे हैं, वहीं दूसरी तरफ प्रदेश सरकार की बुनियादी सुविधाओं से जुड़ी योजनाएँ नक्सल प्रभावित गाँवों में संचालित की जा रही हैं। इनमें नियद नेल्लानार, प्रधानमंत्री जनजाति आदिवासी न्याय महाअभियान (पीएम जनमन), आदिवासी ग्रामीण आवास योजना, तेंदूपत्ता संग्रहण की मानक राशि में वृद्धि आदि उल्लेखनीय है। 16 फरवरी 2024 को शुरू की गई नियद नेल्लानार योजना के जरिए सुदूर नक्सल प्रभावित गाँवों में दो दर्जन से अधिक जनकल्याणकारी योजनाओं की पहुँच सुनिश्चित की जा रही है। इसके लिए 20 करोड़ रुपये का प्रावधान किया जा चुका है। श्री रोहरा ने कहा कि “डबल इंजन की सरकार” के सहयोग से नक्सल प्रभावित क्षेत्रों में तेजी से विकास कार्यों को भी अंजाम दिया जा रहा है, जिससे वहाँ के लोग मुख्यधारा में लौट रहे हैं।