ऑपरेशन सिंदूर और प्रधानमंत्री को लेकर पूर्व विधायक की टिप्पणी पड़ गई भारी,कोर्ट ने भेजा जेल
बिलासपुर। सीपत क्षेत्र से विधायक रहे अरुण तिवारी ने 30 मई को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी, उनकी पत्नी और ‘ऑपरेशन सिंदूर’ को लेकर टिप्पणी की थी। इसे लेकर उनके खिलाफ सिविल लाइंस थाने में एफआईआर दर्ज की गई थी। बुधवार को पुलिस ने तिवारी को रतनपुर स्थित उनके फार्म हाउस से गिरफ्तार कर लिया,और कोर्ट से जेल भेज दिया गया है।
जानकारी के मुताबिक शिकायतकर्ता रंजीत यादव ने 2 जून को थाने में शिकायत दी थी कि अरुण तिवारी ने अपने फेसबुक अकाउंट से प्रधानमंत्री के खिलाफ अभद्र भाषा का उपयोग किया है। पुलिस ने इस पर बीएनएस की धाराओं 296, 352 और 299 के तहत और आईटी एक्ट की धारा 67 में केस दर्ज कर कार्रवाई शुरू की। पुलिस ने तिवारी के पोस्ट का तकनीकी विश्लेषण किया और लोकेशन ट्रेस कर उन्हें रतनपुर स्थित उनके फॉर्म हाउस से गिरफ्तार किया। रतनपुर पुलिस ने उन्हें सिविल लाइन बिलासपुर भेज दिया। तिवारी ने दावा किया है कि उनका एकाउंट हैक करके किसी ने फर्जी पोस्ट उनकी छवि खराब करने के लिए डाली है। पूछताछ के बाद तिवारी को कोर्ट में पेश किया गया, जहां से उनको जेल भेज दिया गया।
तिवारी का विवादों से पुराना नाता
पूर्व विधायक अरुण तिवारी का विवादों से पुराना नाता है।बीते विधानसभा चुनाव से ठीक पहले अरुण तिवारी ने पार्टी में टिकट के बदले पैसे लिए जाने का आरोप लगाकर पार्टी के लिए मुश्किलें खड़ी कर दी थी। अरुण तिवारी ने बाकायदा इससे जुड़ा ऑडियो भी मीडिया में जारी किया था।पूर्व विधायक अरुण तिवारी वही व्यक्ति हैं, जिन्होंने विधानसभा चुनाव में कांग्रेस के खिलाफ कांग्रेस में रहकर ही बगावत की थी। महापौर रामशरण यादव को जब बेलतरा विधानसभा क्षेत्र से टिकट नहीं मिली तब उन्होंने उनकी और महापौर रामशरण यादव की बातचीत का वीडियो वायरल किया था।इसके बाद कांग्रेस पार्टी ने उन्हें निष्कासित कर दिया था।