हिन्दू क्रांति सेना ने हसदेव महाआरती एवं देव दीपावली हसदेव महाआरती किया रद्द…वजह..पढ़े पूरी खबर
कोरबा के लिए ऐतिहासिक धार्मिक आयोजन न होने से कोरबावासियों को बड़ा धक्का
राजनीतिक दबाव के कारण हिन्दू क्रांति सेना को सर्वमंगला घाट का आधा हिस्सा मिला : हिन्दू क्रांति सेना ने कहा –
लाखों की उपस्थिति इतनी जगह में संभव नहीं, हम विवाद नहीं चाहते, इसलिए कार्यक्रम रद्द
कोरबा। कोरबा में राहुल चौधरी का उभरता बड़ा नेतृत्व राजनीति का शिकार हो गया। कोरबा के कुछ छुटभैय्या नेता और धर्म पर राजनीति करने वाले लोग शासन पर ऐसा दबाव डाले, जिससे प्रशासन भी झूक गया और राहुल चौधरी के नेतृत्व को विवादित लोग कुचलने की कोशिश में सफल हो गए।
कोरबा में हिन्दू क्रांति सेना युवाओं की एक जबरदस्त टोली है, तीन साल पूर्व इस युवा टीम ने कोरबा में कुछ नया करने की ठानी और तीन साल पूर्व हिन्दू नववर्ष एवं कार्तिक पूर्णिमा को ऐसा ऐतिहासिक बना दिया। कोरबा शहर भगवा रंग से ऐसा सजा, जिसकी दमक पूरे छत्तीसगढ़ में पहुंची। जगह-जगह लाइव टेलीकास्ट की व्यवस्था और आयोजन स्थल माँ सर्वमंगला हसदेव घाट एवं पुरानी बस्ती छठ घाट, कुधरा घाट में लाखों की भीड़। हसदेव महाआरती और देव दीपावली हसदेव महाआरती की भव्यता ने कोरबावासियों को ऐसा आकर्षित किया कि दोनों घाटों में रेलमपेल भीड़ और लाइव टेलीकास्ट में भी दर्शकों की अभूतपूर्व भीड़ रहती थी।


चैत्र शुक्ल प्रतिपदा, हिन्दू नववर्ष एवं कार्तिक पूर्णिमा, देव दीपावली में हसदेव महाआरती एवं सीतामणी से लेकर कोसाबाड़ी तक विशाल भव्य शोभा यात्रा ने कोरबा को हिन्दू क्रांति सेना के धार्मिक आयोजन ने नई पहचान दी। इस पहचान को कुछ विवादित लोगों ने अपनी प्रशासनिक पहुंच के कारण मटियामेट कर दिया और युवाओं को हतोत्साहित भी।
आज हिन्दू क्रांति सेना के प्रमुख राहुल चौधरी ने अपनी टीम के साथ प्रेस क्लब तिलक भवन में पत्रकार वार्ता ली। हमेशा चहकने वाला राहुल चौधरी ने अनमने मन से कहा- कार्तिक पूर्णिमा के अवसर पर लगातार तीन वर्षों से जारी हसदेव महाआरती एवं रैली का भव्य आयोजन 5 नवम्बर को प्रस्तावित था। हमने पूरी तैयारी कर ली थी, लेकिन कुछ विवादों के चलते इस वर्ष आयोजन को स्थगित करना पड़ रहा है।
राहुल चौधरी ने कहा – प्रशासन ने प्रारंभ में हिन्दू क्रांति सेना को माँ सर्वमंगला मंदिर घाट पर आयोजन की अनुमति दी और नमामि हसदेव समिति को सामने वाले रेत घाट पर अनुमति प्रदान की थी, किन्तु बाद में दोनों संगठनों को माँ सर्वमंगला मंदिर घाट का आधा-आधा हिस्सा बांटकर अनुमति दी।
हिन्दू क्रांति सेना ने कहा कि इतने सीमित क्षेत्र में भव्य महाआरती का आयोजन संभव नहीं है, इसलिए संगठन ने इस वर्ष के कार्यक्रम को स्थगित करने का निर्णय लिया है।
भविष्य के आयोजन पर भी संदेह
राहुल चौधरी ने कहा कि उनके तीन साल के आयोजन को कोरबावासियों ने जमकर सराहा और कोरबावासियों ने ऐतिहासिक भी बनाया, जिसके कारण हिन्दू क्रांति सेना को नया उत्साह और नई ऊर्जा मिली और हमारा प्रयास था कि हम इसे लगातार जारी रखें, लेकिन विवादों के कारण हमें स्थगित करना पड़ रहा है। उन्होंने कहा कि भविष्य में आयोजन होगा या नहीं इस पर संगठन निर्णय लेगा।
नए नेतृत्व को उत्साहित करना था, लेकिन युवा टीम को कुचलने की कोशिश
लगातार तीन साल से जिस स्थान पर हिन्दू क्रांति सेना हसदेव महाआरती करते आ रही थी, उसी स्थान का चयन करना नमामि हसदेव समिति की हठधर्मिता एवं तानाशाही है और शासन-प्रशासन पर दबाव बनाकर युवा नेतृत्व एवं टीम को कुचलने की कोशिश की गई, जिसमें वे सफल भी हो गए।
आज राहुल चौधरी हतोत्साहित दिख रहा था और अनमने ढंग से प्रेस वार्ता ली। उन्होंने इस विवाद को बिना कुछ कहे स्वीकार कर लिया और बारबार उसकी करूण आवाज से लग रहा था-कोरबावासियों हमें माफ करना, हम राजनीति से हार गए और वे जीत गए। हम कोरबा में विवाद नहीं खड़ा करना चाहते और इसलिए इस भव्य आयोजन को स्थगित करते हैं।
