Assembly Monsoon Session :विपक्ष ने राज्य में खाद-बीज संकट का मुद्दा उठाया,जमकर की नारेबाजी,पढ़े पूरी खबर!
रायपुर। छत्तीसगढ़ विधानसभा (Chhattisgarh Vidhansabha)के मानसून सत्र का सोमवार को आगाज हुआ। मानसून सत्र के पहले दिन(First Day) शून्यकाल के दौरान नेता-प्रतिपक्ष डॉ. चरणदास महंत (Dr. Charandas Mahant)ने राज्य में खाद-बीज संकट का मुद्दा उठाया। विपक्ष की ओर से खाद-बीज(Fertilizer-Seed) की कमी के मुद्दे पर स्थगन लाया गया, लेकिन मंत्री के वक्तव्य के बाद विधानसभा अध्यक्ष (Assembly Speaker)द्वारा स्थगन को अग्राह्य करने पर कांग्रेस के विधायकों ने गर्भगृह में आकर जमकर नारेबाजी की। विपक्ष के हंगामे की वजह से सदन की कार्यवाही 5 मिनट के लिए स्थगित की गई। वहीं कांग्रेस सदस्य गर्भगृह में आकर नारेबाजी कर निलंबित हो गए। बाद में सदन की कार्यवाही शुरू होने पर विधानसभा अध्यक्ष डॉ. रमन सिंह (Dr. Raman Singh)ने विपक्षी सदस्यों का निलंबन वापस ले लिया।
स्थगन की सूचना देते हुए नेता प्रतिपक्ष डॉ. चरण दास महंत ने कहा कि पूरे राज्य में खाद की भारी किल्लत है। किसान इससे दुःखी हैं, आक्रोशित हैं। इस पर स्थगन स्वीकार कर चर्चा कराई जाए। पूर्व मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने कहा कि छत्तीसगढ़ में खाद संकट से किसान हलाकान है। सरकार खाद उपलब्ध कराने में नाकाम है। किसान बाहर बाजार से दोगुने भाव मे खाद खरीदने में मजबूर हैं।
इस पर कृषि मंत्री रामविचार नेताम ने कहा कि किसानों को उर्वरकों के संतुलित उपयोग के लिए जागरूक कर रहे हैं। वैकल्पिक खाद के उपयोग की भी जानकारी प्रशिक्षण के जरिए दी गई। वैश्विक कारणों से आयातित उर्वरकों की आपूर्ति प्रभावित हुई, इसलिए हमने बहुत पहले से वैकल्पिक व्यवस्था की। नैनो उर्वरकों के उपयोग की अनुशंसा की गई है। बड़ी तादाद में इसका भंडारण भी किया जा चुका है। मंत्री ने बताया कि एनपीके उर्वरक का भंडारण लक्ष्य से ज्यादा हुआ है। पोटाश सहित अन्य खाद का भी भंडारण हुआ है। 28 लाख हेक्टेयर से अधिक क्षेत्र में बोनी हो चुका है, जो पहले से ज्यादा है।
मंत्री नेताम के वक्तव्य के बाद विधानसभा अध्यक्ष डॉ. रमन सिंह ने विपक्ष के स्थगन प्रस्ताव को अग्राह्य कर दिया। इसके बाद विपक्षी सदस्य नारेबाजी करने लगे। इस बीच सत्तापक्ष और विपक्षी सदस्यों के बीच नोकझोंक भी हुई।
स्थगन अग्राह्य होने और मंत्री के वक्तव्य से असंतुष्ट कांग्रेस के विधायकों ने गर्भगृह में आकर काफी देर तक जमकर नारेबाजी की। गर्भगृह में जाकर सभी कांग्रेस सदस्य निलंबित हो गए। विपक्ष के हंगामे की वजह से सदन की कार्यवाही 5 मिनट के लिए स्थगित कर दी गई। निलंबन के बाद कांग्रेस सदस्य सदन के बाहर गांधी प्रतिमा के पास बैठकर प्रदर्शन किया।