शराब घोटाला मामला: कवासी लखमा और उनके बेटे हरीश लखमा पर कार्रवाई, 6 करोड़ की संपत्ति जब्त, सुकमा कांग्रेस भवन भी सील
छत्तीसगढ़ शराब घोटाला मामले में ED ने बड़ी कार्रवाई की है।जांच के दौरान एजेंसियों को यह पता चला था कि सुकमा में कांग्रेस भवन का निर्माण शराब घोटाले के पैसे से हुआ था। इसके साथ ही पूर्व आबकारी मंत्री कवासी लखमा, उनके बेटे हरीश लखमा पर कार्रवाई कर 6 करोड़ की संपत्ति को अटैच किया है। साथ ही सुकमा कांग्रेस भवन की 68 लाख की संपत्ति को भी अटैच किया गया है।
ईडी का दावा है कि शराब घोटाले में ED ने पूर्व मंत्री कवासी लखमा के खिलाफ 3773 पन्नों का चालान पेश किया है। चालान में कहा गया है कि, पूर्व आबकारी मंत्री लखमा को इस घोटाले की पूरी जानकारी थी। उन्हें हर महीने 2 करोड़ रुपए मिलते थे। साथ ही कहा गया है कि, शराब घोटाले में वे सिंडिकेट के प्रमुख थे और उनसे सिंडिकेट को पूरा सहयोग प्राप्त था। शराब नीति में बदलाव करने में भी लखमा की बड़ी भूमिका थी। इसके अलावा चालान में शराब दुकानों में निरीक्षण के लिए जाने से पहले आबकारी विभाग के वरिष्ठ अधिकारियों से अनुमति लेने का भी जिक्र है।
दरअसल, पूर्व आबकारी मंत्री कवासी लखमा पर 2161 करोड़ रुपए के शराब घोटाले का आरोप लगा है। इस मामले में ईडी कार्रवाई कर जांच कर रही है। यह घोटाला साल 2019 से लेकर 2022 के बीच किया गया है। इस दौरान प्रदेश में कांग्रेस की भूपेल बघेल की सरकार थी। वहीं, कांग्रेस नेता कवासी लखमा राज्य के आबकारी मंत्री थे।
लखमा को इसी वर्ष 15 जनवरी को पूछताछ के बाद गिरफ्तार किया था इससे पहले 28 दिसंबर 2024 को ईडी ने लखमा और उनके करीबियों के घरों पर छापेमारी की थी।3 जनवरी और 9 जनवरी को भी कांग्रेस नेता लखमा से पूछताछ की गई थी। इसके बाद 15 जनवरी को पूछताछ के दौरान उन्हें गिरफ्तार कर लिया गया था। लखमा तभी से जेल में है।
ईडी ने शराब घोटाले में 21 लोगों को आरोपी बनाया है। इसमें कवासी लखमा, अनवर ढेबर, अनिल टूटेजा, त्रिलोक सिंह ढिल्लन, छत्तीसगढ़ डिस्टलर, वेलकम डिस्टलर, टॉप सिक्योरिटी, ओम सांई ब्रेवरेज, दिशिता वेंचर, नेस्ट जेन पावर, भाटिया वाइन मर्चेंट और सिद्धार्थ सिंघानिया सहित अन्य लोगों के नाम शामिल हैं।