अयोध्या में श्री रामलला की प्राण प्रतिष्ठा के गौरवशाली पल के साक्षी बने कोरबा जिलेवासी, श्री राम जानकी मंदिर में रविवार को प्राण प्रतिष्ठा कार्यक्रम सम्पन्न
कोरबा हुआ राममय, विभिन्न भक्तिमय और मानस गायन कार्यक्रम का आयोजन
Bharat yadav….
कोरबा/छत्तीसगढ़: अयोध्या के श्री राम मंदिर में श्री रामलला की प्राण प्रतिष्ठा लेकर पूरे जिले में हर्ष और उल्लास का माहौल बना हुआ है। श्री रामलला बने प्राण प्रतिष्ठा के इस गौरवशाली पल के पूरे जिलेवासी साक्षी। कोरबा में बुधवार को स्थित श्री राम जानकी मंदिर में श्री राम प्राण प्रतिष्ठा महोत्सव का जिला स्तरीय कार्यक्रम आयोजित किया गया। जिला प्रशासन के सहयोग से अयोध्या में आयोजित श्री राम मंदिर की प्राण प्रतिष्ठा का लाइव प्रसारण दर्शन श्री राम जानकी मंदिर में स्क्रीन की व्यवस्था की गई, जहां राम भक्तों और भक्तों ने प्रधानमंत्री श्री नरेंद्र मोदी द्वारा श्री राम मंदिर के गर्भ गृह में प्राण प्रतिष्ठा की। प्रतिष्ठा अनुष्ठान का अलौकिक सीधा प्रसारण देखा गया और प्रभु श्री राम के बाल्यरूप की अलौकिक छवि के दर्शन किये गये
जिला स्तरीय कार्यक्रम में मुख्य अतिथि के रूप में छत्तीसगढ़ शासन के वाणिज्य, उद्योग एवं श्रम मंत्री श्री लखन लाल देवांगन उपस्थित हुए। साथ ही मोनोमोनियम क्षेत्र कोरबा श्रीमती ज्योत्सना चरणदास महंत, महामहिम श्री राजकिशोर प्रसाद, थोक नगर पालिक निगम श्री श्याम सुंदर सोनी एवं पार्षद श्री शैलेन्द्र सिंह, रजिस्ट्रार श्री अजित स्प्रिंग, पुलिस आयुक्त श्री चौधरी चौधरी, निगम आयुक्त संस्थान प्रतिष्ठा ममगाई, अपर निदेशक श्री पिपरा साहूकार, श्री दिनेश नाग, मंदिर प्रबंधक और राजपूत क्षत्रिय समाज के अध्यक्ष श्री अविनाश सिंह, श्री विजय सिंह सहित अन्य अधिकारी, भिक्षु, वरिष्ठ नागरिक, समाज के अन्य सदस्य और बड़ी संख्या में स्मारक कार्यक्रमों में शामिल हुए।
श्री राम के प्राण प्रतिष्ठा के दौरान राम-नाम की गूंज से पूरा कार्यक्रम स्थल गूंजायमान हो रहा है। मंत्री कैबिनेट श्री देवांगन सहित अन्य एवं जनजाति अधिकारियों ने मंदिर स्थल में भगवान श्री राम के दर्शन एवं पूजा-अर्चना कर क्षेत्रवासियों के सुख-समृद्धि की कामना की। साथ ही सभी कलाकारों ने लोगों को श्री राम प्राण प्रतिष्ठा की शुभकामनाएं देते हुए बधाई दी।
मंत्री श्री देवांगन ने कार्यक्रम का दौरा करते हुए कहा कि यह एक ऐतिहासिक स्थल है, जो सदियों तक लोगों के मन-मस्तिष्क में रहेगा। प्रभु श्री राम के आगमन की प्रतिवेदन आज समाप्त हो गया है, हम सभी इस अद्भुत क्षण के साक्षी बने हैं, यह हमारे लिए बड़े सौभाग्य की बात है। उन्होंने कहा कि आज लोगों में अलौकिक उत्साह देखने को मिल रहा है। सभी राम धुनों में खोए हुए हैं, राम भक्ति से पूरा शहर डूबा हुआ है, हर तरफ खुशियों का राज है। उत्सव मनाए जा रहे हैं, देश में फिर से दिवाली आ गई है। उन्होंने कहा कि भगवान श्री राम का जन-जन से गहरा नाता है। हमारा प्रदेश उनका ननिहाल है, इसलिए हम सभी के अपने विशेष मकान हैं। श्री राम हमारे इष्टदेव हैं, हमारे आराध्य हैं, मर्यादा पुरूषोत्तम हैं। हम सभी को उनके आदर्श को अपने जीवन में स्थापित करना चाहिए। उनकी राहों पर चलते हुए अपने जीवन को सार्थक बनाना चाहिए।
डेमोक्रेट श्रीमती ज्योत्सना महंत ने कहा कि यह पवित्र पल है, यह वातावरण है, यह ऊर्जा है, यह वातावरण है, यह घड़ी अद्भुत है। हमारे प्रभु राम आ गये। हम सभी को प्रभु राम की प्रार्थना है। हमारा जीवन धन्य हो गया, जो इस व्यक्ति से मिला, हमने देखा। बरोज़ की अप्रत्याशित संभावना, त्याग के बाद हमारे राम चले गए। इस दौरान श्रीमती ज्योत्सना महंत द्वारा सभी लोगों को रामायण मानस गायन की प्रस्तुति दी गई।
कलेक्टर ने कहा कि यह शुभ अवसर है, हमारे जीवन के इस अनूठे पल के निदेशक हम सभी बने हैं। उन्होंने कहा कि शासन के निर्देश पर श्री राम के प्राण प्रतिष्ठा समारोह का सीधा प्रसारण यहां मंदिर स्थल पर किया गया है। अधिक से अधिक लोग समारोह का लाभ उठाएँ।
जिलेवासियों में श्री रामलला की प्राण प्रतिष्ठा, आशावादी एवं मझोलेपन की स्थिति बनी हुई है। कार्यक्रम स्थल पर भव्य साज-सज्जा की गई, पूरे मंदिर परिसर में फूल लगाए गए। सबेरे से ही रामायण मानस गायन मंडली द्वारा मनोरम रामभक्तिमय मानस गान के नायकों का निधन। जिसे सभी श्रोतागण रामभक्ति ने धूम मचाकर देखा। इसके अंतर्गत संगम मानस परिवार कुटेल्लामुड़ा पाली, श्री कृष्णा मानस परिवार सील कॉलोनी दर्री, जय भगवान मानसी मंडल गेवरा, कुशल मानस मंडल मानिकपुर, आदर्श मानस मंडली तथा श्री पुरूषोत्तम दास की भजन मंडलियों ने मनोरम रामायणगण की मंडली दी। मंदिर परिसर में शाम के समय दीपोत्सव मनाया जाएगा। जिले एवं शहरी क्षेत्र में जगह-जगह मंदिर-देवालयों में भजन, पूजन, कीर्तन, हुंकी, प्रभात फेरी, कलश यात्रा धूम की रही। जगह-जगह तोरण, पताका, झंडे लगाए गए थे। प्रवेश द्वार सजाए गए थे। छोटा, बड़ा, बच्चा, बच्चा, महिला, पुरुष सभी वर्गों के भक्तों में भगवान श्री राम के प्रति गहरी आस्था, प्रेम और दान भाव नजर आया।